Saturday, September 15, 2007

अशांत मन


हेल्लो दोस्तो,

इतनी मशक्कत के बाद आखिरकार मैंने भी ब्लोग बाना ही लिया और आप लोगो के साथ जुड़ गयी। अपनी बाते कहने के लिए और आपकी बाते सुनने के लिए। कभी कभी हम बहुत कुछ कहना चाहते है पर समय कि कमी के कारन और कोई सुनने वाला नही होने के कारन हमारी बातें दिल मे ही रह जाती है। ऐसे मे ब्लोग के ज़रिये हम सब अपनी बातें कह और सुन सकते है। मेरे कुछ खास दोस्तो ने ब्लोग बनाया था और मैं भी बेचैन थी ब्लोग बनाने के,आप लोगो के आशीर्वाद से मेरा ब्लोग बन गया है। आज के लिए इतना ही काफी है.बाक़ी डी कि बातें फिर समय निकाल के करेंगे। आप लोगो ने मेरा ब्लोग पढ हो तो पढने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद और नही पढे तो भी धन्यवाद।

निवेदित शुक्ला

1 comment:

जै़गम said...

blog ki badhai...tumhara dhanyawad sweekar kiya..koi acchi rachna pdhwao...tab baat bane